Mahila Rojgar Yojana 1st Installment: बिहार सरकार महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में लगातार नई योजनाएं लागू कर रही है। इन्हीं योजनाओं में से एक है मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना, जिसके तहत जीविका समूह से जुड़ी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आर्थिक सहायता दी जा रही है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को छोटे पैमाने पर रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ना है ताकि वे घर बैठे अपनी आजीविका चला सकें और परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकें।
योजना के तहत पहली किस्त में ₹10,000 की राशि सीधे लाभुक महिलाओं के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी। यह राशि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और छोटे-छोटे व्यवसाय शुरू करने में मददगार साबित होगी। अगर आपने इस योजना के लिए आवेदन कर दिया है तो जल्द ही इसकी पहली किस्त जारी होने वाली है जिसकी तिथि सामने निकलकर आ रही है।
योजना से मिलने वाला कुल लाभ
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत लाभुक महिलाओं को कई चरणों में आर्थिक सहायता दी जाएगी। पहली किस्त के रूप में ₹10,000 की राशि सीधे बैंक खाते में भेजी जाएगी, इसके बाद बिजनेस को बड़ा करने के लिए करने के लिए सरकार 6 महीने के पश्चात 2 लाख की राशि उपलब्ध कराएगी। इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि पैसा सीधे डीबीटी माध्यम से बैंक खाते में भेजा जाएगा, जिससे किसी भी तरह की गड़बड़ी या बिचौलियों की समस्या नहीं होगी।
जीविका समूह से जुड़ी महिलाएं इस राशि का उपयोग स्वरोजगार शुरू करने, घर की छोटी-मोटी जरूरतें पूरी करने और अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने में कर सकती हैं। इस तरह योजना महिलाओं को मजबूत बनाने और उन्हें समाज में आत्मनिर्भर की पहचान दिलाने का अवसर दे रही है।
प्रथम किस्त ₹10,000 इस दिन मिलेगा
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की पहली किस्त ₹10,000 की राशि 15 सितम्बर 2025 से जारी की जाएगी। राशि सीधे लाभुक महिलाओं के बैंक खातों में ट्रांसफर होगी। जिन महिलाओं ने योजना में आवेदन किया है और सभी शर्तें पूरी की हैं, उनके खाते में यह राशि स्वतः पहुंच जाएगी। इसलिए लाभुक महिलाओं को अलग से किसी दफ्तर जाने की जरूरत नहीं है।
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के लिए पात्रता
- योजना का लाभ केवल बिहार राज्य की स्थायी निवासी महिलाओं को मिलेगा।
- आवेदिका विवाहित होनी चाहिए और जीविका समूह से जुड़ी होनी चाहिए।
- महिला की आयु 18 वर्ष से अधिक और 50 वर्ष से कम होनी चाहिए।
- परिवार की सालाना आय सरकारी मानकों के अनुरूप होनी चाहिए, ताकि वास्तविक जरूरतमंद महिलाओं तक सहायता पहुंच सके।
- आवेदिका के पास आधार कार्ड, बैंक खाता, जीविका सदस्यता और राशन कार्ड जैसे आवश्यक दस्तावेज मौजूद होने चाहिए।
- आवेदिका का बैंक खाता आधार से लिंक और डीबीटी के लिए सक्रिय होना जरूरी है।
- पहले से किसी अन्य रोजगार आधारित सरकारी योजना से बड़ी आर्थिक सहायता प्राप्त करने वाली महिलाओं को इस योजना से बाहर रखा जा सकता है।
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महिला रोजगार योजना का स्टेटस कैसे चेक करें?
लाभुक महिलाएं योजना की किस्त अपने बैंक खाते में आई है या नहीं, यह आसानी से चेक कर सकती हैं। सबसे आसान तरीका है कि बैंक पासबुक अपडेट कराएं या फिर नजदीकी बैंक शाखा में जाकर खाते का बैलेंस चेक करें। इसके अलावा मोबाइल में मौजूद UPI ऐप जैसे गूगल पे, फोन पे या पेटीएम से भी बैलेंस चेक किया जा सकता है।
महिला रोजगार योजना की आधिकारिक पोर्टल पर जाकर भी लाभुक अपना आवेदन नंबर या मोबाइल नंबर दर्ज करके किस्त की स्थिति देख सकती हैं। इस तरह महिलाएं आसानी से जान पाएंगी कि उनके खाते में ₹10,000 की पहली किस्त की राशि पहुंची है या नहीं।